तुमको ना भूल पाएंगे पापा जी,तुमको ना भूल पाएंगे,
ना भूले थे हम कभी आपको,
और ना कभी भुलाएंगे आपको,
आपके चरणों में दो फूल,
श्रद्धांजलि के हर वर्ष चढ़ाएंगे,
अपनी यादों में आपको हमेशा बसाएंगे,
अपनी बातों में जिक्र आपका हमेशा चाहेंगे,
तुमको ना भूल पाएंगे पापाजी,
तुमको ना भूल पाएंगे,
ना भूले थे कभी आपको ,
और ना भुला पाएंगे,
तुम्हारी कर्मठता को,
अपने बच्चों को सिखाएंगे,
आप जैसा काबिल अपने बच्चों को बनाएंगे,
जो दिया है आपने कभी नहीं भूल पाएंगे,
आपकी तस्वीर के आगे सदा दिया जलाएंगे,
किस दुनिया में गए हो आप ,
ढुढ तो नहीं पाएंगे,
भावनाओं रूपी फूल ,
उस दुनिया तक पहुंच जाएंगे,
मुझे याद है वह दिन ,
जब आप अपने घर में,
मुझे बहू बना कर लाए थे,
मेरे पापा बन कर सदा मेरा साथ निभाए थे,
आज भी घर में जब ,कटु वचन कोई कहता है,
आपकी तस्वीर से मुझे वही सहारा मिलता है,
तुमको ना भूल पाएंगे ,
पापा जो तुमको ना भूल पाएंगे,
जिस दुनिया में गए हो आप ,
वहां कोई आपको हमसे ज्यादा प्यारा है,
आपकी आंखें तो हमें देखती होंगी,
हमें तो बस आपके सपनों का सहारा है,
साहित्यकार ,निशि द्विवेदी