Sunday, 3 May 2020

चाकर बनूं मै तेरा, रानी तुम बन जाव।


 मोहे चाकर रख लो राधा।
 तुम्हारा काम करेंगे सारा ।।

तुम्हारी सेवा करेगे हर दिन।
चाकरी करेंगे  निशि दिन।।

चोटी बनाऊ तुम्हारी।
फूल चम्पा लगाऊं बालों में।।

सरण में लेलो अपनी, तुम्हें भोजन खिलाऊं हाथों से।।

काकी पूछे तो दासी देव बताए।
अपनी घाघर मोहे देव पहनाए।

राधे तेरे नाम की माला दो बनवाए।
राधे तेरे कुंडल मोहे दयो पहनाए।।

राधे तुम्हारी गोद में मोहे लो बैठाया।
राधे तेरी चुनर को मोहे दय उधाय।

राधे तेरे नयनों का जादू ऎसो चला।
राधे तेरे घर में, मोहे चाकर बना के बसा।

कान्हा मेरे घर में रहने का किराया दोगे क्या।
जब भी बोलू मै , तुम बसूरिया बजा के सुना।

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