राधा का ,
मीरा का ,
या अपना समझें हम।।
किसका बेटा है , किसे जाने तुम्हारा हम।
देवकीवसुदेव,
यशोदा नंदन,
या अपना समझें हम।।
कहा से आय हो क्या जानें हम।
गोकुल से ,
मथुरा से,
द्वारिका से हुआ आगमन।
Nishi dwivedi*****
जितनी शिद्दत तुम्हें पाने की थी उससे ज्यादा डर तुम्हें खोने का है बस यही है कि तुमसे लड़ती नहीं तुम यह ना समझना कि...
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