Saturday, 23 May 2020
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खोने का डर
जितनी शिद्दत तुम्हें पाने की थी उससे ज्यादा डर तुम्हें खोने का है बस यही है कि तुमसे लड़ती नहीं तुम यह ना समझना कि...
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राधा रानी सोन चिरैया, मोहन मुरलिया सोने की। राधा प्यारी सूरत वाली, मोहन खूब छलिया जी। राधा फूलों की माला से ,मोहन सजे बैजन्ती जी...
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जितनी शिद्दत तुम्हें पाने की थी उससे ज्यादा डर तुम्हें खोने का है बस यही है कि तुमसे लड़ती नहीं तुम यह ना समझना कि...
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कुछ स्वप्न अधूरे बचपन से , सदा रहेे हैं सदा रहेंगे। कागज की नैया पर बैठ, नदिया को पार करेंगे दिवास्वप्न अधूरे बचपन से , सदा र...
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