जिन्दगी में पहली बार जन्म, दिन येंसा हुआ है।
तीन हज़ार भाई बहनों का प्यार ,मैने पाया है।
सुना है कान्हा, इन्सानों में तुम ही रहते हो।
अहसास है कि कोई, तुमसे नाता है।
बिस्वास है कि कोई, हमारा दाता है।
कान्हा हाथ पकड़ लिया छोड़ ना सकेगे।
कान्हा साथ पकड़ लिया छोड़ ना सकेगे।
कान्हा नाता जोड़ लिया है तोड़ ना सकेंगे।
कान्हा साथ चल दिया है रोक ना सकोगे।
No comments:
Post a Comment