____निशि द्विवेदी____
____बोल____तेरे चरणों में मेरे चारों धाम रसिया____
तेरी बंसी करे बदनाम रसिया।।
हाथों में तेरे मेहंदी लगा दी।
केसे मुरली बजाए सुर ताल रसिया।
तेरे चरणों में मेरे चारों धाम रसिया।
पाओ में तुम्हरे बाजे पाजेनिया।
रुनझुन बाजे तेरी पैजनिया ।
बंसी के सुर भूल जाए रसिया ।
कैसे मुरली बजाए सुर ताल रसिया ।
तेरे चरणों में मेरे चारों धाम रसिया।
तेरी बंसी करे बदनाम रसिया ।।
तेरे माथे लगा दूं चंदन का टीका।
चंदन सुगंध डाले भ्रम रसिया ।।
तेरे चरणों में चारो धाम रसिया।
तेरी बंसी करे बदनाम रसिया।
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