बस तेरे ही प्यार में,
कितने सावन बरसे,
कितना है हम तरसे,
मधुबन में बहार है,
मुझको हुआ प्यार है।
जब जब सावन बरसे
मन पिया मिलन को तरसे,
बादलों में बौछार है ,
वर्षा में झंकार है,
सावन की फुहार है,
मुझको हुआ प्यार है।
जब जब सावन बरसे,
पिया मिलन को तरसे,
बन के मोरनी नाचे,
मन पीहू पीहू बोले,
तेरे प्यार का खुमार है।
पाना बाहों का हार है।
तेरे प्यार का सावन बरसे,
मन रिमझिम रिमझिम भीगे,
कलियों में निखार है,
फूलों में बहार है,
मुझको तुमसे प्यार है
हुआ दिल में मेरे एहसास है।
हम सोलह सावन तरसे
यौवन सोलह श्रृंगार को तरसे,
अखियां डब्लू डब्लू नाचे,
दिल जिग जैक जिक जैक गाय,
बादलों में बौछार है ,
वर्षा में झंकार है,
सावन की फुहार है,
मुझको हुआ प्यार है।
जब जब सावन बरसे,
पिया मिलन को तरसे,
बन के मोरनी नाचे,
मन पीहू पीहू बोले,
तेरे प्यार का खुमार है।
पाना बाहों का हार है।
तेरे प्यार का सावन बरसे,
मन रिमझिम रिमझिम भीगे,
कलियों में निखार है,
फूलों में बहार है,
मुझको तुमसे प्यार है
हुआ दिल में मेरे एहसास है।
हम सोलह सावन तरसे
यौवन सोलह श्रृंगार को तरसे,
अखियां डब्लू डब्लू नाचे,
दिल जिग जैक जिक जैक गाय,
नाम____निशि द्विवेदी
(पिंकी द्विवेदी)
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