Sunday, 7 June 2020

मेरी सखियां करे बदनाम रसिया।


नाम_____निशि   दिवेदी
मेरी सखियां करे बदनाम रसिया।

मेरी सखियां करे बदनाम रसिया।
तुमसे मिलने की लगी रहे आस रसिया।

तुम कहते ***मुझे मृगनयनी,
सच है नैन, मृग से भटके,
बन बन भटके, कस्तूरी की आस रसिया।
मेरी सखियां करें , बदनाम रसिया।

तुम् कहते ****मुझे कमल जैसी,
 सच है मैं ,कमल के जेसी  ,
जल में कमल है जैसे रहता,
मै भी हूं, वैसे रहती,
 जैसे कमल रहे जल से,विरक्त रसिया ,
मेरी सखियां करें बदनाम रसिया।

तूम कहते कि मै हूं ज्योति,
जैसे ज्योति अधूरी दीपक बिन रसिया
मेरी सखियां करे बदनाम रसिया।
                                               - निशि द्विवेदी

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