मेरो मन बसिया,
छोरो ब्रिज को बड़ों निरालो,
कोई इसको अपना बना लो,
सूरत से बड़ों भोलो भालो,
राधा को प्रिय मोहन नाम वालो,
मोरे नैनन में बसी छवि वालों,
निशि कृष्ण नैनन में बसो सदा बसो,
जितनी शिद्दत तुम्हें पाने की थी उससे ज्यादा डर तुम्हें खोने का है बस यही है कि तुमसे लड़ती नहीं तुम यह ना समझना कि...
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