Friday, 31 July 2020

बहू बेटी में फर्क

मेरे घर किसी की बेटी आएगी,
बेटी नहीं वह बहू कह लाएगी,
सारा प्यार मेरा वह पाएगी,
मेरे घर पर हुकुम चलाएगी,

मेरे घर किसी की बेटी आएगी,
 बेटी नहीं वह बहू कह लाएगी ,
बेटियां तो आती है जाने के लिए,
 बहु इस घर को अपना बनाएगी।

मेरे घर किसी की बेटी आएगी,
 बेटी नहीं वह बहू कहलाएगी ,
 मेरे आंखों की चमक बढ़ाएंगी ,
मेरा समय वह मुझे याद दिलाएगी,

मेरे घर किसी की बेटी आएगी,
 बेटी नहीं वह बहू कह लाएगी,
जो नहीं मिला मुझे, उसे वह पाएगी,
सारी कहावतें वह झूठलाएगी,


मेरे घर किसी की बेटी आएगी,
 बेटी नहीं वह बहू कह लाएगी,
फिर से मेरा बचपन लौटाएगी,
मेरे वंश को आगे बढ़ाएगी,

मेरे घर किसी की बेटी आएगी ,
बेटी नहीं वह बहू कह लाएगी ,
मेरे बेटे को दूर ना ले जा पाएगी ,
इतना प्यार यहां वह पाएगी,

मेरे घर किसी की बेटी आएगी ,
बेटी नहीं वह बहू कह लाएगी,
इस घर की रौनक वह बढ़ाएगी,
दिलों में सबसे ऊंचा स्थान पाएगी,

मेरी बेटी भी किसी के घर जाएगी,
बेटी नहीं वहां बहू कह लाएगी,
संस्कारों को दहेज में ले जाएगी
उस कुल का मान बढ़ायागी,

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