क्या कमी है प्यार में मेरे,
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क्या कमी है प्यार में मेरे,
आजकल आते नहीं क्यों ख्वाब में मेरे,
चाहा था तुम्हें इतना कोई चाह न सके जितना,
फिर भी दिल जलाते हो मेरा,
रूप तुम्हारा लगे निराला,
फिर भी हृदय में बस आते नहीं हो,
क्या खता हमसे हुई है आज बता दो,
कभी तो अपने नैनों में बसा लो,
जब आती हूं दर तुम्हारे ,
तुम मुझे देखते ही नहीं हो,
कभी तो अपने आंखों के दर्पण में,
मुझे मेरा चेहरा दिखा दो,
सब पर दया करी है तुमने ,
मुझ पर भी अपनी दया दिखा दो,
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