हंसाते हैं,
नाम अपना,
पंडित जी बताते हैं,
फेसबुक में भी आते हैं
नय नय पोस्ट लगाते हैं,
हंसते हैं ,
बहुत हंसाते हैं,
यूट्यूब में भी आते हैं,
दुखा दुखा कर पेट हंसाते हैं,
नाम अपना पिंकू द्विवेदी बताते हैं,
खुश रहते ,
खुशी बढ़ाते हैं,
कानपुर में रहते हैं,
उन्नाव ग्राम बेहतर बताते हैं,
बिजनेसमैन है टॉप क्लास के,
दिलों में सबके घर बनाते हैं,
सभी वर्गों के प्यारे हैं,
बच्चों की तो जान है वह,
जवानों की भैया कहलाते हैं,
बुढो में भी रम जाते हैं,
देशवासियों की जान हैं पिकू भैया,
हमारे देश की शान है पिंकू भैया,
सबके प्यारे पिकू भैया,
सब कहते हैं पिंकू भैया,
साहित्यकार ____निशि द्विवेदी
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