छोड़ के ना जाऊंगा किया है इरादा,
साथ निभाऊंगा मेरा है वादा,
मेरे बिना तुम कैसे जियोगी,
कैसे जुदाई का जहर पियोगी,
मेरे बिना तुम जी ना सकोगी,
दिल में तुम्हारे हमी हम रहेंगे,
जीवन का जहर हम संग संग पिएंगे,
तुम्हारे जीवन में कोई हो ना हो हम रहेंगे,
तुम्हारा साथ है हमको प्यारा,
तुम बिन ना होगा जीवन में उजाला,
तुमसे साथ है हम को निभाना
कमी नहीं तुम्हारी जरूरत बनेंगे,
हर सितम तुम्हारा हंसकर सहेंगे,
आज तुमसे सारे हम वादे करेंगे,
विश्व साहित्य सेवा संस्थान अंतर्राष्ट्रीय सचिव _____ निशि द्विवेदी
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