पाताल से ज्यादा गहरे होते यह" रेशम के रिश्ते"-२
गंगा से भी पावन होते यह "रेशम के रिश्ते "-२
सागर से भी निर्मल होते यह "रेशम के रिश्ते "-२
शहद से ज्यादा मीठे होते हैं यह "रेशम के रिश्ते"-२
बर्फ से ज्यादा शीतल होते हैं यह" रेशम के रिश्ते"-२
भावनाओ की माटी में चलते"यह रेशम के रिश्ते"-२
श्रद्धा और विश्वास से सींचते" यह रेशम के रिश्ते"-२
प्रेम समर्पण से पूजते हैं यह" रेशल से रिश्ते"-२
तिल तिल कर के बढ़ते यह "रेशम के रिश्ते"२
तोड़े से भी ना टूटे यह" रेशम के रिश्ते"-२
सक की तलवारों से कटते यह" रेशम के रिश्ते"-२
टूटे कभी फिर ना जुड़ पाते हैं यह "रेशम के रिश्ते"-२
आंसू बन आखो से गिरते यह "रेशम के रिश्ते"-२
कभी कपट से छले जाते हैं यह "रेशम के रिश्ते"-२
फिर टूट धरा बिखर जाते हैं यह" रेशम के रिश्ते"-२
आंगन में किलकारी भरते यह "रेशम के रिश्ते"-२
दौलत से ना तोले जाते यह "रेशम के रिश्ते"-२
हीरे से अनमोल बड़े हैं यह "रेशम के रिश्ते -२
मोहन सा मोह रखतें हैं यह "रेशम के रिश्ते"-२
रूप रंग और धर्म न देखें यह रेशम के रिश्ते"-२
वर्ण और शर्म न देखें यह "रेशम के रिश्ते"-२
पावन भक्ति से सराबोर होते हैं यह "रेशम के रिश्ते"-२
काली घटाओं से घनघोर होते हैं यह" रेशम के रिश्ते"-२
पैसों से कभी न तौले जाते ये "रेशम के रिश्ते"-२
भावनाओ के भूखे होते हैं यह" रेशम के रिश्ते"-२
अनमोल बड़े होते हैं यह" रेशम के रिश्ते"-२
कच्चे धागे से बंधे होते हैं" ये रेशम के रिश्ते"-२
दोनों हाथों से चलते हैं ये"रेशम के रिश्ते"-२
,प्रेम की नरमी में बढ़ते हैं ये"रेशम के रिश्ते"-२
निशि, पिंकी द्विवेदी
(अंतर्राष्ट्रीय सचिव)
साहित्य सेवा संस्थान,
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